—शहरवासियों ने जगह-जगह स्टॉल लगाकर की सेवा-अर्चना
रॉबर्ट्सगंज, 5 नवंबर 2025: सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी की जयंती के पावन अवसर पर आज यहां गुरुद्वारा रॉबर्ट्सगंज से एक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। यह यात्रा पूरे नगर का भ्रमण करते हुए विभिन्न मार्गों से गुजरी और अंत में गुरुद्वारे पर ही समाप्त हुई। यात्रा में शामिल सैकड़ों श्रद्धालुओं और सेवकों का स्वागत नगरवासियों ने जगह-जगह स्टॉल लगाकर किया, जहां लंगर, प्रसाद वितरण और सेवा-अर्चना के माध्यम से गुरु की शिक्षाओं को साकार किया गया। विशेष रूप से, सिविल लाइन रोड पर होटल सवेरा पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नगर इकाई ने यात्रा में शामिल सेवकों को अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया।

शोभा यात्रा का शुभारंभ गुरुद्वारा रॉबर्ट्सगंज से हुआ, जहां गुरुद्वारे के प्रमुख संतों ने गुरु ग्रंथ साहिब जी के पाठ से यात्रा का उद्घाटन किया। यात्रा में पालकी सज्जित गुरु ग्रंथ साहिब की छत्रच्हाया के साथ नौजवान संगतों के जत्थों ने शबद-कीर्तन गाते हुए भाग लिया। ध्वनि वाद्यों की धुनों पर सजे-धजे श्रद्धालु ‘सतनाम वाहेगुरु’ के उद्घोष लगाते हुए आगे बढ़ते रहे। हर वर्ष गुरुनानक जयंती पर आयोजित होने वाली यह परंपरा इस बार भी उत्साह और भक्ति के रंग में रंगी रही, जो शहर की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बनी।

यात्रा के मार्ग पर सिविल लाइन रोड, स्टेशन रोड, बाजार क्षेत्र और अन्य प्रमुख सड़कों से गुजरते हुए यह शोभा यात्रा शहर के कोने-कोने तक पहुंची। नगरवासियों ने इस अवसर पर विशेष उत्साह दिखाया। जगह-जगह स्टॉल लगाए गए थे, जहां स्वयंसेवी संगठनों, स्थानीय निवासियों और सामाजिक संस्थाओं ने लंगर का प्रसाद वितरित किया। चाय, नाश्ता, फलाहार और मीठे पदार्थों के साथ-साथ गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं पर आधारित पुस्तिकाओं का भी वितरण किया गया। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “यह यात्रा हमें गुरु जी की समानता, सेवा और भक्ति की याद दिलाती है। हमने अपने-अपने घरों से सामग्री इकट्ठा कर स्टॉल लगाए ताकि यात्रियों को थकान महसूस न हो।”

शोभा यात्रा के एक महत्वपूर्ण क्षण का साक्षी बना जब यह सिविल लाइन रोड पर होटल सवेरा के निकट पहुंची। यहां भाजपा की नगर इकाई ने यात्रा का भव्य स्वागत किया। पार्टी के नगर अध्यक्ष विनय श्रीवास्तव ने बताया, “गुरु नानक देव जी की जयंती सिख धर्म ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण मानवता के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी शिक्षाएं हमें एकजुट होकर सेवा करने की प्रेरणा देती हैं। हमारी नगर इकाई ने यात्रा में योगदान दे रहे सभी सेवकों को अंगवस्त्र भेंटकर उनका सम्मान किया है।” उनके साथ महामंत्री अनुपम तिवारी सहित पूरी नगर इकाई के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे। श्री श्रीवास्तव ने आगे कहा, “भाजपा हमेशा धार्मिक आयोजनों में सहयोग के लिए तत्पर रहती है, क्योंकि यह हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है।”

अनुपम तिवारी ने भी यात्रियों को संबोधित करते हुए कहा, “यह अवसर हमें याद दिलाता है कि सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। हमारी पार्टी के कार्यकर्ता भी इस यात्रा में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं और शहरवासियों के साथ मिलकर इस उत्सव को सफल बनाने का प्रयास कर रहे हैं।” सम्मान समारोह में यात्रा के प्रमुख सेवकों को शॉल, साफा और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए, जिससे माहौल और भी भक्तिमय हो गया।

यह शोभा यात्रा न केवल धार्मिक आयोजन का रूप ले चुकी थी, बल्कि सामाजिक सद्भाव का भी प्रतीक बनी। विभिन्न समुदायों के लोग इसमें शामिल हुए, जो रॉबर्ट्सगंज की बहुलतावादी संस्कृति को दर्शाता है। यात्रा के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने भी पूर्ण सहयोग दिया। एसपी सोनभद्र ने बताया कि कोई भी अप्रिय घटना न हो, इसके लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए थे।

शाम को यात्रा गुरुद्वारा रॉबर्ट्सगंज पर समाप्त हुई, जहां समापन समारोह में गुरु ग्रंथ साहिब जी का अंतिम पाठ हुआ। इसके बाद विशाल दीवान सजाया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। गुरुद्वारे के प्रबंधक समिति ने सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया और आगामी वर्षों में भी इस परंपरा को जारी रखने का संकल्प लिया।

गुरुनानक जयंती पर रॉबर्ट्सगंज शहर में फैली भक्ति की लहर ने एक बार फिर साबित कर दिया कि गुरु जी की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं। सेवा, सत्य और समानता के संदेश के साथ यह उत्सव समाप्त हुआ, लेकिन इसका प्रभाव शहर की सड़कों पर लंबे समय तक महसूस होता रहेगा।



