– प्रबंधक महासभा के मंसूबों का विरोध करेंगे शिक्षक
सोनभद्र। प्रबंधक महासभा और उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। शिक्षक संघ ने आरोप लगाया है कि प्रबन्धक महासभा अपने कुत्सित मंशा से हमारी संरक्षित उपलब्धियों को समाप्त करना चाहता है। शिक्षक संगठन चार सितंबर से विरोध प्रकट की शुरुआत करेंगे।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश मंत्री एवं प्रदेश सह मीडिया प्रभारी शिक्षक नेता राजेंद्र तिवारी ने बताया कि अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय प्रबंधक महासभा माध्यमिक विद्यालयों में अपने संघर्षों के बल पर संगठन द्वारा अर्जित की गई शिक्षकों की उपलब्धियों को छीनना चाहता है और 50 वर्ष पूर्व की स्थिति लाना चाहता है।

1अगस्त 2025 को अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय प्रबंधक महासभा ने माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश से मिलकर 12सूत्री ज्ञापन देकर प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है जो घोर शिक्षक विरोधी है,प्रबंधक महासभा प्रदेश के विद्यालयों में काला कानून व्यवस्था स्थापित करना चाहता है जिसे उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ कभी स्वीकार नहीं करेगा। इसके लिए संगठन को जितना भी संघर्ष करना पड़ेगा वह करेगा और प्रबंधक महासभा उत्तर प्रदेश के प्रस्ताव को खारिज करते हुए उनकी बंधक बनाने की इच्छा को पूरा नहीं होने देगा। श्री तिवारी आज सोनभद्र के दौरे पर थे वे शिक्षकों से मिलकर वस्तुस्थिति को रखा।उन्होंने बताया संगठन ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ प्रबंधक महासभा द्वारा जारी विज्ञप्ति के खिलाफ आगामी 4 सितंबर 2025 गुरुवार को उत्तर प्रदेश के सभी माध्यमिक विद्यालयों की इकाइयों द्वारा अंतिम वादन के पश्चात तख्तियों पर विद्यालय गेट के सामन विरोध प्रदर्शन करके शिक्षक अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए विरोध प्रकट कर आंदोलन का श्री गणेश करेंगे।

श्री तिवारी ने बताया कि महासभा के मांग पत्र में एक हास्यास्पद तो है ही वही प्रबंधन की मनसा को स्पष्ट करने के लिए काफी है। उन्होंने ने बताया कि प्रबंधक महासभा ने मुख्यमंत्री के सम्मुख यह मांग रखा है कि चयन आयोग एक पद के सापेक्ष पांच का चुनाव करके विधालय में भेजे जिनमें से एक शिक्षक का चयन प्रबंधक करेगा।
श्री तिवारी ने कहा कि प्रबंधन शिक्षकों को पचास वर्ष पहले वाली स्थिति में लेना चाहता है।जिसका शिक्षक अंतिम स्थिति तक विरोध करेंगे।