Thursday, March 28, 2024
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आत्महत्या की रोकथाम के लिए कार्यवाही के माध्यम से आशा पैदा करनी होगी – डॉ सुनील पांडे

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मेरठ। 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया जाता है। प्रतिवर्ष 10 सितंबर को इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रीवेंशन विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस का आयोजन करती है। इस मुहिम दिनांक 10 .9.2021 को मुस्कुराएगा इंडिया के अंतर्गत एक वेविनार का विशेष सत्र आयोजित किया गया। विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य विश्व में तेजी से बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति पर रोक लगाना है ।अक्सर बदलती लाइफस्टाइल और खुद के लिए समय की कमी लोगों में अवसाद का कारण बन रही है। कई बार बढ़ते अवसाद के कारण लोग आत्महत्या कर लेते हैं।

पिछले कुछ सालों में भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में खुदकुशी की घटनाएं तेजी से बढ़ी है। मुस्कुराएगा इंडिया अभियान लोगों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के कार्यक्रमो का आयोजन 10 सितंबर से शुरू कर 10 अक्टूबर तक करेगे। जिसका आगाज आज से हो रहा है। आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ सुनील पांडे स्टेट नोडल आफिसर मेन्टल हेल्थ उत्तर प्रदेश रहे। डॉ सुनील पांडे ने बताया कि डब्ल्यूएचओ के अनुसार हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति आत्महत्या कर रहा है। प्रत्येक वर्ष न जाने कितने लोग अलग-अलग कारणों के चलते मौत को गले लगा लेते हैं। हमें इस विषय पर गहन चिंतन करना चाहिए ।आज के कार्यक्रम में विशेष वक्ता रहे भाई शैली जी जो c4d स्पेशलिस्ट यूनिसेफ हैं ।आपने बताया कि लोग अलग-अलग तरह के मानसिक अवसाद से गुजरते रहे हैं ।चिंता का विषय यह है कि विश्व में 79 फ़ीसदी आत्महत्या निम्न और मध्यम वर्ग वाले देशों के लोग करते हैं ।आप ने बताया कि जब कोई इंसान मानसिक तनाव से जूझ रहा होता है उसके व्यवहार में पहले की अपेक्षा बदलाव देखने को मिलते जाते हैं। इसी अवसर पर राज्य संपर्क अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना उत्तर प्रदेश डॉ अंशुमाली शर्मा जी ने मुस्कुराएगा इंडिया के माध्यम से अपील की कि हमें युवाओं और सभी वर्गों को इस अवसाद से निकलने में मदद करनी चाहिए। इस विषय से संबंधित कई कार्यक्रम करेंगे जैसे कुछ प्रतियोगिताओं का आयोजन पोस्टर, स्लोगन ,समूह चर्चा द्वारा लोगों में जागरूकता का प्रचार प्रसार करेंगे ।हम अपने सभी काउंसलर्स के द्वारा एक अच्छे सामाजिक नागरिक होने के दायित्व निर्वहन करते हुए इस अवसाद को रोकने का प्रयास करेंगे ।हम सभी स्वास्थ्य संबंधित कार्यक्रमों को 10 अक्टूबर तक आयोजित करते रहेंगे। इस वेबीनार में डॉ नीलम बेहरे, डॉ रश्मि सोनी, डॉ प्रकाश चौधरी , एकता चौहान ,डॉ शैलजा दिक्षित ,डॉ संजीव शर्मा ,डॉ संध्या आदि मौजूद रहे।

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