Thursday, March 28, 2024
Homeराजनीतिसरकार की दोषपूर्ण कृषि नीति का खामियाजा भुगत रहा किसान-पूर्वांचल नव निर्माण...

सरकार की दोषपूर्ण कृषि नीति का खामियाजा भुगत रहा किसान-पूर्वांचल नव निर्माण मंच

-

सोनभद्र। दोषपूर्ण कृषि कानून के खिलाफ आन्दोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान महापंचायत के समर्थन मे सोनभद्र में भी किसानों ने पूर्वांचल नव निर्माण किसान मंच के बैनर तले किसान पंचायत करते हुए किसानों की दुर्दशा पर चर्चा की ।

किसान पंचायत की अध्यक्षता कर रहे किसान नेता श्रीकांत त्रिपाठी ने कहा उत्तर प्रदेश में किसान दोहरी मार के शिकार हो रहे हैं तथा प्राकृतिक आपदाओं के साथ ही किसानों को शासन-प्रशासन की उपेक्षा का शिकार होना पड़ रहा है । नौ महीने से चल रहे किसान आंदोलन में किसानों की मांग पर संवाद करने की बजाय सरकार किसानों के आन्दोलन को बल पूर्वक दबाने की नाकामयाब कोशिश कर रही है । श्री त्रिपाठी ने कहा सरकार द्वारा की जा रही किसानों की उपेक्षा आगामी चुनाव में सरकार के लिए बड़ी मुसीबत का कारण बनेगी।

मुख्य अतिथि भारतीय सामाजिक न्याय मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष पंडित रामकृष्ण पाठक ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों में जागरूकता का अभाव है। जिसके कारण आज सबसे ज्यादा आर्थिक रुप से कमजोर पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसान ही हैं । श्री पाठक ने किसानों को अपने अधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए आगे आने की अपील की । बैठक को संबोधित करते हुए पूर्वांचल नव निर्माण किसान मंच के नेता गिरीश पाण्डेय ने कहा कि किसानों के उत्पाद का समर्थन मूल्य गारंटीड ना होने से लगातार किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं । बच्चों की पढ़ाई से लेकर दवा ईलाज के लिए भी यहां का किसान कर्जदार होता जा रहा है ।

गिरीश पाण्डेय ने कहा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनन गारंटी की मांग करना आन्दोलनरत किसानों की जायज ही नहीं, जरुरत तथा अधिकार है किसानों का। किसान मंच के कोषाध्यक्ष श्रीकांत पाठक तथा सचिव सूर्यकांत ने कहा किसान ही देश की आर्थिक व्यवस्था का आधार है लेकिन कृषि क्षेत्र के उत्थान के लिए सरकार संवेदनशील कत्तई नहीं है । किसान पुत्र अभय पटेल ने बताया मंहगी बिजली तथा मंहगा डीजल लगाकर किसान औने-पौने दाम पर जब फसल बेचने को मजबूर होता है तो वह खून के आंसू रोता है । लेकिन किसानों का वोट लेकर सत्ता में बैठे अहंकारी राजनेताओं को यह नहीं दिखता । कहा जबतक किसानान्दोलन का सरकार स्थायी समाधान नहीं कराती, आंदोलन चलता रहेगा ।

उपस्थित किसानों ने दोषपूर्ण कृषि कानून की वापसी के साथ-साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनन गारंटी की मांग करते हुए सिंचाई हेतु डीजल तथा बिजली में सब्सिडी की मांग भी की । उदय प्रकाश, संतोष कुमार द्विवेदी, काशीनाथ देव, प्रकाश तिवारी, मुन्ना, श्यामलाल, अभिषेक, सर्वेश, बबलू चौधरी, अरविंद, बबून्दर, प्रेमशंकर, गोरख, धीरज, जगेशर, नागेश्वर, बुदधु, परमेश्वर, सहित सैकड़ों किसान , किसान पंचायत मे हिस्सा लिया ।

सम्बन्धित पोस्ट

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

error: Content is protected !!