दुद्धी । किसानों पर कभी समय पर बारिश न होने की वजह सूखे की मार पड़ती है और यदि समय पर बरसात हो गई तो प्रशासन की बदइंतजामी से उसे खाद के लिए बिना खाये पीए लाइन में लगना पड़ता है और जरूरी नहीं कि इसके बाद भी उसे खाद मिल ही जाए। पिछले कई सालों के बाद समय पर बारिश ने किसानों में अच्छी पैदावार की आश जगी और किसानो ने धान की नर्सरी भी लगा दी लेकिन समय पर खाद नहीं मिलने से किसानों की मेहनत पर पूरी तरह पानी फिरता दिख रहा है।
यूरिया खाद की किल्लत से एक बार फिर किसानों की परेशानियां बढ़ गई है। दुद्धी ब्लॉक क्षेत्र के अधिसंख्य किसान अपने खेतों में धान की रोपाई कर चुके हैं । समय से उन्हें खाद नहीं मिलने के कारण उन्हें अपने धान की खेती को बर्बाद होने का डर सता रहा है।
पिछले साल की तरह इस साल भी यूरिया खाद की किल्लत सामने आने लगी है । किसान प्रतिदिन लैम्प्स तथा अन्य सहकारी समितियों का चक्कर काट रहे हैं । जिले में यूरिया की खेप पहुँच रही हैं लेकिन किसानों तक पहुचने से पहले ही यूरिया न जाने कहा गायब हो जा रही हैं इसका जबाब तो फिलहाल किसी के पास नहीं है ।