सोनभद्र ।नियम विपरीत व धन उगाही के मकसद से किये गए स्थानांतरण को रद्द करने की मांग को लेकर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मियों ने मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। कहा कि अगर जल्द से जल्द संविदा कर्मियों का स्थानांतरण स्थगित नहीं किया गया तो हम लोग व्यापक आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
डा. अरूण चौबे ने कहा कि मांग पूरी न होने पर संगठन कार्य बहिष्कार का भी निर्णय कर सकता है। बताया कि कोविड-19 में डेढ़ वर्ष से लगातार बिना छुट्टी लिए स्टाफ नर्स, काउंसलर, सीएचओ, चिकित्सक, लैब टेक्नीशियन व अन्य कर्मी कार्य कर रहे हैं। उसके बाद भी सीएमओ हम लोगों का आर्थिक और शारीरिक शोषण करने के मकसद से पिछले दिनों संविदा कर्मियों का स्थानांतरण कर दिया है। जिस तरह से स्थानांतरण मनमानी तरीके से किया गया है वह बर्दाश्त के काबिल नहीं है। बताया कि एएनएम 10 हजार रुपये पर संविदा का कार्य कर रहीं हैं। बावजूद इसके कुछ स्वास्थ्य कर्मियों के कॉकस की वजह से उनका स्थानांतरण दूर दराज के ब्लाकों में कर दिया गया है। जबकि वह टीकाकरण व डिलीवरी जैसे कार्यों में लगी हुई हैं।
आरोप लगाते हुए कहा कि जब से हम लोग इसका विरोध कर रहे हैं तब से सी एम ओ के चंगे मंगे उन लोगों पर तरह-तरह के दबाव बना रहे हैं। आपको बताते चलें कि सोनभद्र की भौगोलिक स्थिति का अक्सर फायदा उठाकर कर्मचारियों को यह डर दिखाया जाता है कि यदि उच्चधिकारियों की डिमांड पूरी नहीं किया तो जंगल के दूर दराज के इलाके में भेज दिया जाएगा। अब बेचारा कर्मचारी करे भी तो क्या ?उसके पास विकल्प है भी तो क्या ? या तो अपने उच्चधिकारी की डिमांड पूरी कर शहर के नजदीक रहे या फिर जंगल की तरफ जाए।
फिलहाल इस बार स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारियों ने आर पार की लड़ाई लड़ने का मूड बना लिया है और ललकारते हुए स्वास्थ्य कर्मियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया तो हम लोग व्यापक आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इस मौके पर डा. रवि शंकर मिश्रा, मनोज, लता सिंह, संजय सिंह, शमसाद अहमद, पुष्पेंद्र अग्रवाल, सुरुज बिहारी, आदित्य कुमार, कुल्सुम जहां व रोहित वर्मा एवं पुष्पेंद्र शुक्ला आदि उपस्थित रहे।