आपको बताते चलें कि हाल ही में चौकी प्रभारी गुरमा के द्वारा भाजपा के बूथ अध्यक्ष की पिटाई किए जाने से आहत भाजपा के लोगों ने हाईवे जाम कर बिरोध जताया था जिसमें चौकी प्रभारी को वहाँ से अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया था। इसी तरह कोन थाने में एक रिटायर्ड लिपिक राजकुमार दुबे को विपक्षी के घर बुला कर मारा पीटा व धमकाया गया था जिसमें उनकी मौत हो गई थी लेकिन कार्यवाही के नाम पर थाना प्रभारी एवं उप निरीक्षक को लाइन हाजिर कर दिया गया था। बीजपुर थाने में अस्लील गाने पर डांस का वीडियो वायरल हो ही रहा है कि पुलिस चौकी सुकृत में बाइक चोरी की शिकायत दर्ज कराने पहुंचे अपना दल के नेता को ही अरदब में लेकर बिठा लेने की घटनाएं पुलिसिया कार्यशैली पर सवालिया निशान उठा रही हैं।
ताजा मामला अपना दल एस के घोरावल विधानसभा अध्यक्ष ई0के डी सिंह का है। वह जब सुकृत चौकी पर अपने बाइक चोरी की रिपोर्ट लिखाने गये तो रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय उन्हें ही चौकी प्रभारी द्वारा अरदब में लेकर बिठा लिया गया। किसी तरह जब इसकी सुचना उन्होंने अपना दल के पदाधिकारियों को पहुँचवाई तो अपना दल अध्यक्ष सत्यनारायण पटेल व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अरुण कुमार पटेल के चौकी पहुंचने के बाद ही फरियादी को छोड़ा गया।
जिलापंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अरुण कुमार पटेल ने बताया कि पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र प्रताप सिंह से मुलाकात कर जिले में खाकी को दागदार करने वालोें के सम्बन्ध में अवगत कराया जाएगा तथा प्रदेश नेतृत्व के जरिए सी एम महोदय को भी अवगत कराया जाएगा।
ऐसा लगता है कि सोनभद्र पुलिस इन दिनों बेलगाम हो गई है। किसी के साथ कुछ भी कर सकती है। अपने को सीएम का मित्र बताने वाले दरोगा जी का भला कौन क्या कर सकता है?
फिलहाल सरकार को इस तरह के मामलों में गम्भीरता से संज्ञान लेना होगा। बहरहाल क्षेत्राधिकारी को इस मामले की जांच मिली है अब उनकी जांच रिपोर्ट का सभी को बेसब्री से इंतजार है। देखना होगा कि जांच रिपोर्ट में क्या निकलता है ?