नाम जोड़ने हटाने के नाम पर चल रही पैसे की वसूली
सोनभद्र।वर्तमान सरकार की प्राथमिकता में है कि वर्ष 2022 तक हर गरीब परिवार को रहने के लिए पक्की छत मुहैया कराई जाय और इस दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार व केंद्र की भजपा सरकार द्वारा तेजी से कार्य किया जा रहा है।चूंकि आवास योजनाओं में पूर्व की सरकारों में जमकर धांधली की गई हैं थीं जिसका परिणाम यह रहा कि कि पूर्व के समय मे गरीबों के नाम पर बने आवास का फायदा इन गरीब परिवार के लोगों को नहीं मिल पाया।
इस बात से सबक लेकर वर्तमान सरकार द्वारा फूल प्रूफ प्लान बनाया गया और कोशिश रही कि जिन्हें आवास योजना का लाभ मिले उनके आवास के नाम पर जारी धन की बन्दरबाँट न हो पाए परन्तु इन दिनों सोनभद्र में आवास में नाम जोड़ने व हटाने के नाम पर जम कर खेला हो रहा है ।
जब से नए ग्राम प्रधान बने हैं तभी से इस तरह की शिकायत ज्यादा आ रही हैं।लोग बाग अपनी पुरानी सूची लेकर ऑफिसों के चक्कर काट रहे हैं और जिम्मेदारी मलाई काटने की फिराक में अपने मातहतों की गलतियों को नजरअंदाज कर रहे हैं।
घोरावल विकास खंड के ढूठेर निवासी राकेश पुत्र ज्ञानदास ने जिलाधिकारी को परार्थनापत्र देकर प्रधानमंत्री आवास योजना में अपने पूर्व की सूची में नाम होने के बावजूद वर्तमान सूची से नाम गायब होने पर गुहार लगाई है।प्रार्थना पत्र में उन्होंने बताया है कि पूर्व की जारी सूची में मेरे गाँव मे 56 नम्बर पर मेरा नाम था जिसकी आई डी नम्बर -123735665 था परन्तु वर्तमान समय में जो सूची प्रदर्शित हो रही है उसमें हमारा नाम नहीं है।बातचीत में उन्होंने बताया कि वर्तमान सेक्रेटरी द्वारा पैसे की मांग की जा रही है तथा कह रहा है कि जो भी धन नहीं देगा उनका नाम सूची से बाहर कर दिया जाएगा।
उक्त के बाबत जब उच्चधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो बात नहीं हो सकी।फिलहाल ऐसा लगता है कि भ्र्ष्टाचार रूपी दीमक सिस्टम में ऐसा घुस चुका है कि इससे जनता को जल्द छुटकारा मिलता नही दिखाई दे रहा है।सरकार चाहे जिसकी हो सिस्टम चलाने वाले अपना रास्ता ढूंढ ही लेते हैं।