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अजय भाटिया
सोनभद्र। आज की तनाव और भागदौड़ भरी जिंदगी में आपको अगर स्वस्थ रहने के लिए केमिकल फ्री सब्जी खानी है तो आप अपने ही घर की छत पर सब्जीयां उगा सकते हैं। कैसे ? आइए जानते हैं प्रकृति प्रेमी, सरल स्वभाव, हंसमुख चेहरा और आकर्षक व्यक्तित्व की धनी, कुशल ग्रहणी श्रीमती रेखा सिह से।
अवलेशपुर , वाराणसी निवासी सुयोग्य चिकित्सक डॉ डी के सिंह की धर्मपत्नी श्रीमती रेखा सिंह ने अपने घर की छत पर ही कुछ वर्षों में मेहनत कर जो बेहतरीन बागवानी तैयार की है उसमें न केवल विविध रंग बिरंगे पुष्प हैं अपितु मौसमी सब्जियां और औषधीय पौधे भी हैं , जिसे देखकर आप दंग रह जाएंगे।
आज फूलगोभी ,पत्ता गोभी, ब्रोकली, धनिया ,पुदीना ,मेथी, गाजर ,मूली ,लौकी ,करेला ,बींस, बाकला ,बोड़ीया ,सोया ,टमाटर, बैगन, मिर्ची ,परवल ,सौंफ, शकरकंद , कोहड़ा, पोइ, शिमला मिर्च ,जामुन ,चीकू ,अमरूद, अंजीर, चेरी, एप्पल बेर, शरीफा के पेड़, एलोवेरा, तुलसी, भृंगराज श्यामा तुलसी आदि आपकी बागवानी का हिस्सा है।
श्रीमती सिंह ने बताया कि घर की छत पर बागवानी की शुरुआत करते समय मिट्टी खाद आदि की व्यवस्था कर ग्रो बैग ऑनलाइन मंगवाया। छत पर मिट्टी को हल्का बनाने के लिए धान की भूसी, दशपर्णी अर्क आदि मिलाकर तैयार की गई। नियमित देखभाल के साथ ही सावधानी के लिए समय-समय पर दवा का छिड़काव किया गया। छिड़काव के लिए नीम आयल का प्रयोग दशपर्णी अर्क और हींग लहसुन मिर्च का पेस्ट बनाकर छिड़काव किया गया। घर के किचन से निकलने वाले वेस्ट का भी खाद बनाकर इसका उपयोग किया गया। इस बागवानी में जो सब्जियां उगाई गई वह शुद्ध आर्गेनिक हैं ,जिसमें किसी प्रकार के केमिकल का उपयोग नहीं किया गया है। यह न सिर्फ पोस्टिक है अपितु इनका स्वाद भी बहुत अच्छा होता है।