सोनभद्र। आज ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव‘‘ के अवसर पर जनपद सोनभद्र के कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में जनसुनवाई एवं जनजागरूकता अभियान विषयक सेमिनार सम्पन्न हुआ । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक सदर भूपेश चौबे, तथा रामबाबू त्रिपाठी जिला विकास अधिकारी अरूण कुमार जौहरी, उपायुक्त, रोजगार, शेषनाथ चौहान उपायुक्त श्रम रोजगार, नीरज कुमार तिवारी खण्ड विकास अधिकारीराबर्टसगंज के साथ ही समस्त विकास खण्डों से अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, तकनीकी सहायक, ग्राम रोजगार सेवक आदि ने सेमिनार में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ भूपेश चौबे के करकमलों द्वारा किया गया।
विधायक ने अपने उद्बोधन में कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचने पर उसे जो खुशी मिलती है वही आजादी का अमृत है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को शौच हेतु पहले सूर्यास्त की प्रतिक्षा करनी पड़ती थी, परन्तु मोदी जी की सरकार ने सत्ता में आने पर सर्व प्रथम शौचालय बनवाकर इस कलंक को धोने का काम किया। विधायक जी ने कहा कि सोशल आडिट एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जो सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में जन सहभागित, पारदर्शिता एवं जनजागरूकता में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन करती है। जनपद में जाबकार्ड बनने के बाद लोगों को मिल रहा कार्य सुखद है। जनपद में मनरेगा से जलसंरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, सभ्यता विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली नदियों के संरक्षण में उल्लेखनीय योगदान रही है। सरकार बनने के बाद स्थायी समस्याओं का निदान हुआ है।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी ने सोशल आडिट प्रक्रिया पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए ग्राम स्तरीय कार्मिकों से अपेक्षा की कि योजनाओं के मार्ग निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करें तथा समाज के वंचित एवं असहाय व्यक्तियों को उनकी आवश्यकता के अनुसार शासकीय योजनाओं को लाभ अवश्य दिलायें। सोशल आडिट प्रक्रिया पर जोर देते हुए कहा कि इससे योजना के क्रियान्वयन में लोगों का विश्वास बढ़ता है तथा किसी प्रकार संशय नहीं रहता है।
उपायुक्त, श्रम रोजगार ने कहा कि सोशल आडिट के समय अभिलेखों की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए कार्यो के निरीक्षण के समय अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। अन्त में जिला विकास अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित करते हुये सेमिनार के समापन की घोषणा की गयी।