वर्ष 2013 में शिक्षा प्रेरकों की केंद्र में रही कांग्रेस सरकार में हुई थी नियुक्ति, वर्ष 2018 को मौजूदा केंद्र सरकार ने शिक्षा प्रेरकों की नियुक्ति को किया रद्द
सोनभद्र। आज भारतीय युवा कांग्रेस के पूर्व-जिला अध्यक्ष आशुतोष कुमार दुबे (आशु) की अगुआई में शिक्षा प्रेरकों ने प्रतिनिधिमंडल के साथ अपनी बकाया भुगतान को लेकर जिला अधिकारी सोनभद्र के नाम एक ज्ञापन दिया, जिसमें शिक्षा प्रेरकों का कहना है की 2013 में कांग्रेस की सरकार जब केंद्र में हुआ करती थी उस समय इनकी नियुक्ति की गई थी। शिक्षा प्रेरकों/ ब्लॉक समन्वयक की नियुक्ति गांव में 15 वर्ष के ऊपर के लोगों को शिक्षित करने हेतु की गई थी, जिसकी जिम्मेदारी निभाते हुए अपना कार्य कर रहे थे ।
परन्तु 31 मार्च 2018 को शिक्षा प्रेरकों की नियुक्ति रद्द कर दी गई। शिक्षा प्रेरकों का कहना है कि उनकी नियुक्ति तो रदद् कर दी गयी परन्तु तत्कालीन समय तक का उन लोगों का करीब 30 महीने से लेकर कहीं कहीं 40 महीने तक का मानदेय अभी तक नहीं मिला है जिसको लेकर वह जिलाधिकारी महोदय के पास आए हैं ।
मौजूदा समय में करोना महामारी में जहां हर व्यक्ति परेशानियों से जूझ रहा है, शिक्षा प्रेरक भी बहुत परेशान है अगर उनका मानदेय उन्हें मिल जाएगा तो उनका कार्य जो रुका हुआ है वह होने में थोड़ा सहयोग मिल जाएगा। वह अपनी मांग में अपनी नियुक्ति बहाली के साथ बकाया मानदेय जो नहीं मिला है, उसी के बाबत आज जिलाधिकारी महोदय के नामित ज्ञापन दिए हैं। मुख्य रूप से उपस्थित रहने वालों में अजय कुमार मौर्य,दयाराम ,रामविलाश,सविता देवी,अशोक कुमार ,फुलनाथ वैश्य,बृहस्पति विष्वकर्मा,श्रीकांत मिश्रा, महेश गुप्ता रहे ।