डाला/सोनभद्र।
जीवित्पुत्रिका पर्व पर महिलाओं ने पुत्र के दीर्घायु रहने की मनोकामना के लिए बुद्धवार को निर्जला ब्रत रखकर डाला मंदिर समेत विभिन्न मंदिरों पर सामूहिक पूजन किया | आश्विन मास की कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को जीवित्पुत्रिका व्रत या जिउतिया व्रत रखा जाता है,ये उपवास तीन दिन तक चलता है ।
अपनी संतान की सुरक्षा के लिए निर्जला ब्रत महिलाएं रहती है और इस व्रत की कथा को सुनती हैं, मान्यता है कि यह ब्रत रखने व कथा सुनने वाला जीवन में कभी संतान वियोग नहीं सहता। नगर में ब्रत पर्व को लेकर फल की दुकानों, आभूषण की दुकानों पर भीड लगी रही।महिलाओं में जीवित्पुत्रिका व्रत को लेकर उत्साह देखा गया।