बीजेपी को भी दी चेतावनी, “निष्कासित सांसद पशुपति पारस को मंत्रिमंडल में लिया गया, तो कोर्ट जाऊंगा। पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष मैं हूं। मेरी अनुमति के बिना, पार्टी के कोटे से किसी भी सांसद को मंत्री बनाना गलत है।”
पटना । लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने भविष्यवाणी की है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कुछ बड़ा उलटफेर होगा। कहा कुछ टूटेंगे और कुछ छूटेंगे। बताया कि “मंत्रिमंडल विस्तार होते ही सबसे पहली टूट जनता दल यूनाइटेड में होगी।” बिहार के बारे में कहा कि नीतीश कुमार की सरकार डेढ़-दो साल से ज्यादा नहीं चलेगी। कहा कि पार्टी के संस्थापक और मेरे पिता रामविलास पासवान के विचारों को कुचलते हुए जिन लोगों ने अलग गुट बनाया, उन्हें तुरंत निष्कासित कर दिया गया है। उनकी प्राथमिक सदस्यता भी खत्म कर दी गई है। चुनाव आयोग को भी इसकी जानकारी दी गई है।
गौरतलब है कि 14 जून को चिराग पासवान की पार्टी में अंतर्कलह के चलते विद्रोह हो गया था। चिराग को छोड़ बाकी पांचों सांसदों ने संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाकर हाजीपुर सांसद और चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस को संसदीय बोर्ड का नया अध्यक्ष चुन लिया गया। इसकी सूचना लोकसभा स्पीकर को भी दे दी गई। उसी दिन शाम तक लोकसभा सचिवालय से उन्हें मान्यता भी मिल गई थी। इस घटनाक्रम के बाद चिराग पासवान ने भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर पांचों बागी सांसदों को पार्टी से हटाने की अनुशंसा कर दी।
बागी सांसदों ने 17 जून को पटना में बैठक कर पशुपति कुमार पारस को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया था। इधर जब केंद्रीय मंत्रिमंडल में पारस को भी जगह मिलने की बात चली तो चिराग ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी को चेतावनी दे डाली।
उन्होंने कि “पार्टी से निष्कासित सांसद पशुपति पारस को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया, तो मैं कोर्ट चला जाऊंगा। कहा, राष्ट्रीय अध्यक्ष मैं हूं, पार्टी भी मेरी है। समर्थन भी मेरे पास है। मेरी अनुमति के बिना, पार्टी के कोटे से किसी भी सांसद को मंत्री बनाना गलत है।”
लोक जनशक्ति पार्टी और सांसद चिराग पासवान ने बाद में जहानाबाद के पूर्व सांसद और भारतीय सबलोग पार्टी के मुखिया डॉ. अरुण कुमार से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने कई राजनीतिक मुद्दों पर डेढ़ घंटे तक चर्चा की।