सोनभद्र । जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव खत्म होने के बाद अब सबकी निगाह ब्लाक प्रमुख के चुनाव पर लग गयी है । सोनभद्र में 10 ब्लाक हैं जिनमें ब्लाक कोन व करमा को पहली बार कोई सीधा प्रमुख मिलेगा । जिला पंचायत अध्यक्ष में झटका खाने के बाद बीजेपी सकते में है।उसे अब यह समझ में नहीं आ रहा कि वह किन ब्लाकों को लेकर दावे करे क्योंकि चर्चा इस बात की है कि अपनादल चार या फिर पांच ब्लाकों की दावेदारी कर रही है ।
ऐसे में भाजपा के नेता यह नहीं समझ पा रहे कि आखिर करे तो क्या करे । क्योंकि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में उसे भारी किरकिरी झेलनी पड़ी थी । हालांकि ब्लाक प्रमुख के चुनाव में कोई भी दल सीधी दावेदारी या अधिकृत प्रत्याशी नहीं उतारती है लेकिन जो भी प्रत्याशी चुनाव लड़ता है वह कीसी न किसी दल से समर्थित होता है । यानी यह चुनाव भी पार्टी बेस ही होता है ।देखा जाय तो वर्तमानमें अपनादल सोनभद्र में काफी मजबूत स्थिति में है । क्योंकि उसके पास एक सांसद एक जिला पंचायत अध्यक्ष के अलावा एक विधायक भी है और इसी मजबूती को देखते हुए अपनादल अधिक सीट मांग कर अपने सहयोगी दल भाजपा के नेताओं के माथे पर बल ला दिया है क्योंकि भाजपा की राजनीति कर रहे नेताओ को लगता है कि यदि इसी तरह अपनादल सोनभद्र में कदम बढ़ाता रहा तो उनके लिए राजनीति में जगह सीमित ही होते जाएंगे और भाजपा की असली परेशानी भी यही है।
चर्चाओं की माने तो अपनादल की निगाह अभी से विधानसभा के चुनाव पर भी है वह भी सदर पर ताकि सांसद , जिला पंचायत व ब्लाक प्रमुखी के साथ विधायकी भी उसी के पाले में रहे यानी सदर पर पूरा कब्जा ।बहरहाल राज्य निर्वाचन आयोग ने यूपी में ब्लॉक प्रमुख के चुनावों की तारीखों का एलान कर दिया है । जारी अधिसूचना के मुताबिक 8 जुलाई को ब्लॉक प्रमुख का नामांकन होना है अर्थात नामांकन दाखिल करने के लिए कुछ ही घण्टे का समय बचा है और सत्ता धारी दल अभी तक अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा नहीं कर पाई है इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सीट बंटवारे को लेकर भाजपा व अपनादल में किस तरह की खींच तान चल रही है।