पेगासस हैकिंग विवाद बढ़ता ही जा रहा है. कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह को बर्खास्त करने की मांग की है. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पेगासस पर कहा कि शाह के साथ-साथ पीएम मोदी की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए.
नई दिल्ली : पेगासस जासूसी मामला तूल पकड़ने लगा है. रविवार को जैसे ही एक वेबसाइट ने इसका खुलासा किया, मीडिया में यह खबर प्रमुखता से छा गई. कांग्रेस ने सोमवार को दावा किया कि इजरायली स्पाइवेयर पेगासस का उपयोग करके पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कई अन्य विपक्षी नेताओं, मीडिया समूहों और अलग अलग क्षेत्रों के प्रमुख लोगों की जासूसी कराई गई है. इसलिए इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए और इस्तीफा न दें, तो उन्हें बर्खास्त करना चाहिए.
लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने भी गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की और कहा कि पेगासस प्रकरण में मोदी की भी हो जांच । कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘राहुल गांधी की जासूसी कराई गई. सरकार ने खुद अपने मंत्रियों को जासूसी की. हमारे सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों की भी जासूसी गई है. पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा, कई मीडिया समूहों की जासूसी कराई गई. क्या किसी सरकार ने इस तरह का कुकृत्य किया होगा ?’
उन्होंने दावा किया कि भाजपा अब ‘भारतीय जासूस पार्टी’ बन गई है.
सुरजेवाला ने सवाल किया कि पीएम मोदी, राहुल गांधी के फोन की जासूसी करवाकर कौन से आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे थे ? वह मीडिया समूहों और चुनाव आयुक्त की जासूसी करवाकर किस आतंकवादी से लड़ रहे थे. खुद के कैबिनेट मंत्रियों की जासूसी करवाकर कौन से आतंकवाद से लड़ रहे थे ?
कांग्रेस नेता ने यह दावा भी किया कि राहुल गांधी के कार्यालय के कई लोगों की भी जासूसी कराई गई.
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को लोकसभा में जो वक्तव्य दिया वो झूठ था.
सुरजेवाला ने कहा, ‘मंत्रीजी, आपने राज्यसभा में कांग्रेस के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर शायद पुराने आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद का जवाब पढ लेते को इतना झूठ नहीं बोलते. उस वक्त के मंत्री ने कहा था कि नवंबर, 2019 में इजरायली कंपनी एनएसओ को नोटिस दिया गया.’