सोनभद्र ।अलग पूर्वांचल राज्य की मांग कर रहे संगठन पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा द्वारा विश्व जनसंख्या दिवस की पूर्व संध्या पर एक संगोष्ठी का आयोजन अधिवक्ता भवन तहसील परिसर रावटसगंज सोनभद्र में किया गया । संगोष्ठी में बोलते हुए संगठन प्रमुख पवन कुमार सिंह एडवोकेट ने कहा कि हमारे देश में बढती जनसंख्या के कारण भारी मात्रा में खाद्यान्न संकट के साथ साथ देश में भूखमरी, पानी व बिजली की समस्या, आवास की समस्या, अशिक्षा का दंश, चिकित्सा की बदइंतजामी व रोजगार के कम होते विकल्प इत्यादि प्रकार की समस्याओं से जूंझना पड रहा है।
विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को मनाया जाता है। उक्त अवसर पर केन्द्र सरकार के प्रस्तावित विश्व जनसंख्या दिवस 2021 की थीम “आपदा में ही परिवार नियोजन की तैयारी सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी “के आधार पर जनसाधारण को सीमित परिवार के लिए जागरूक किया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष विमलेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि विश्व की जनसंख्या सात अरब से ज्यादा है। अकेले भारत की जनसंख्या लगभग 1 अरब 35 करोड़ के आसपास है।
भारत विश्व का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। आजादी के समय भारत की जनसंख्या 33 करोड़ थी जो आज चार गुना तक बढ़ गयी है। राष्ट्रीय सचिव पंकज कुमार यादव एडवोकेट ने कहा कि परिवार नियोजन के कमजोर तरीकों, अशिक्षा, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के अभाव, अंधविश्वास और विकासात्मक असंतुलन के चलते आबादी तेजी से बढ़ी है। संभावना है कि 2050 तक देश की जनसंख्या 1.6 अरब हो जायेगी। फिलहाल भारत की जनसंख्या विश्व जनसंख्या का 17.5 फीसद है। भूभाग के लिहाज के हमारे पास 2.5 फीसद जमीन है। 4 फीसद जल संसाधन है।
प्रदेश प्रवक्ता काकू सिंह ने कहा कि जनसंख्या की इन्हीं सब समस्याओं को देखते हुए देश में अविलंब जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होना चाहिए ,! इस अवसर पर वीरेंद्र कुमार सिंह एडवोकेट, सत्यम शुक्ला, राजकुमार सिंह एडवोकेट, लक्ष्मीकांत शुक्ला, ईश्वर जायसवाल एडवोकेट, अतुल कुमार कनौजिया एडवोकेट, संतोष चतुर्वेदी, हरिप्रसाद , फूल सिंह एडवोकेट, सुशील कुमार एडवोकेट, दीप नारायण पटेल आदि लोगों ने अपने विचार रखे ।