भाजपा मिशन 2022 फतह करने के लिए आगामी चुनाव में अपने काम और विपक्ष की कमजोरियों को हथियार बनाएगी। सोमवार को रामनगर में आयोजित चिंतन शिविर का दूसरा दिन विभिन्न राजनीतिक दलों की गतिविधियां, ताकत और कमजोरी विषय पर केंद्रित था। डेढ़ घंटे निर्धारित सत्र गंभीर मंथन के चलते सुबह 11 से दोपहर करीब 12:50 बजे तक करीब दो घंटे चला। बैठक के दूसरे सत्र में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष भी मौजूद रहे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने मीडिया से मुखातिब होकर कहा कि पार्टी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के जनता तक पहुंचाने का काम करेगी। बैठक में इस विषय पर प्रमुखता से चर्चा हुई। जनता को बताया जाएगा कि कैसे अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है। दूसरे दिन 5 सत्र आयोजित हुए। इनमें प्रदेश के वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य, आगामी कार्यक्रम योजनाओं और आगामी रोड मैप पर चर्चा की गई है।
प्रदेश बनने के बाद चुनावी प्रदर्शन पर चर्चा
भाजपा 2022 का चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। ऐसे में चिंतन शिविर में पार्टी के आला नेता अपना मूल्यांकन भी कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि 2002, 2007, 2012 और 2017 विस चुनाव पर भी चर्चा होगी। इसमें पार्टी के लिए क्या नुकसानदेह रहा और क्या लाभदायक, इसका भी अच्छी तरह मंथन होगा।
आज होगा चिंतन शिविर का समापन
भाजपा की तीन दिनी चिंतन बैठक का मंगलवार को समापन हो जाएगा। दो सत्र ही आयोजित होंगे। इसमें मुक्त चिंतन और सुझावों के बाद रोडमैप का अंतिम प्रारूप तैयार किया जाएगा।
ये रहे मौजूद: राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र भंडारी, कुलदीप कुमार, सुरेश भट्ट, सांसद अनिल बलूनी, मुख्यमंत्री तीरथ रावत, कैबिनेट मंत्री बिशन चुफाल, बंशीधर भगत, सतपाल महाराज, रेखा आर्या, हरक रावत, सुबोध उनियाल, डॉ. धन सिंह रावत, यतीश्वरानंद, सांसद अजय भट्ट, नरेश बंसल, राज्य लक्ष्मी शाह, अजय टम्टा, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और विजय बहुगुणा भी रहे।