एक ही ट्रक का के दो दिन में 6 बार चालान काटने पर आर टी ओ ने ए आर टी ओ को लगाई जम कर फटकार
सोनभद्र। जनपद में उप संभागीय परिवहन अधिकारी विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। एआरटीओ ने एक ट्रक का दो दिन में छह बार चालान किया है। इस चालान के मामले का खुलासा होने के बाद ट्रक स्वामी ने इसकी शिकायत आरटीओ से की है। इसके बाद संबंधित अधिकारियों में अफरातफरी का माहौल है।
ट्रक संख्या यूपी 64 टी 2985 का 27 अक्टूबर व 24 नवंबर 2020 को छह बार चालान किया गया है। 27 अक्टूबर को पहला चालान 8 बजकर 44 मिनट पर, उसी दिन इस चालान से महज छह मिनट बाद 8 बजकर 50 मिनट पर दूसरा चालान कर दिया गया। चैंकाने वाली बात यह है कि इसी दिन इसी ट्रक का 8 बजकर 59 मिनट पर तीसरा चालान भी ठोक दिया गया। 27 अक्टूबर 2020 को तीनों चालान की कुल धनराशि 1 लाख 38 हजार की नोटिस जारी कर दी गई। इसके बाद इसी ट्रक का 24 नवंबर 2020 को भी तीन बार ओवरलोड में चालान किया गया। पहला चालान सुबह 9 बजकर छह मिनट पर 42500 का काटा गया, जबकि इसी ट्रक का दूसरा चालान शाम 6 बजकर 4 मिनट व तीसरा चालान 6 बजकर 33 मिनट पर क्रमशःरू 40 हजार व 54500 रुपए का ठोक दिया गया। इस तरह अंदाजा लगाया जा सकता है कि ट्रक स्वामियों को कितना परेशान व हलकान किया जा रहा है। यह सिर्फ एक बानगी है। जांच हो तो ऐसे तमाम ट्रक निकल जाएंगे जिनके खिलाफ एक दिन कई-कई बार चालान किया गया है।
यहाँ यह बात भी गौर करने वाली है कि जनपद में नम्बरप्लेट पर कालिख पोत कर अथवा नम्बर खुरच कर ओभरलोड गाड़ियां दिन रात सड़क पर फर्राटा भर रही हैं उसे देखने वाला कोई नहीं है।सूत्रों की मानें तो उक्त नम्बरप्लेट खुरच कर अथवा नम्बरप्लेट पर कालिख पोत कर चलने वाली ओभरलोड गाड़ियो पर ए आर टी ओ की विशेष कृपा रहती है ।उक्त ट्रकों की इंट्री साहब की डायरी में रहती है इस तरफ उनकी नजर नहीं रहती।
विभाग की करतूत देख भड़के आरटीओ
संभागीय परिवहन अधिकारी मिर्जापुर संजय तिवारी मंगलवार को एआरटीओ दफ्तर पहुंचे । उनके आने की जानकारी मिलने पर उक्त ट्रक स्वामी पूरे चालान की कापी लेकर आरटीओ के समक्ष पेश हुए। चालान की स्थिति को देखकर आरटीओ भी अवाक रह गए। इस दौरान मौके पर एआरटीओ प्रवर्तन पीएस राय भी मौजूद रहे। आरटीओ ने एआरटीओ को जमकर फटकार लगाते हुए इस मामले का तत्काल निस्तारण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले से साफ है कि संबंधित अधिकारी घर बैठे चालान काट रहे हैं। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।उन्होंने कहा कि घर बैठ कर चालान काटने की बजाय सड़क पर जाकर मौके पर ही चालान काटने के नियम का पालन किया जाना चाहिए।